आज ओपन माइंड का आशय तमाम तरह की ऋणात्मकता और पाश्चात्य सभ्यता के साथ थिरकते हुए युवा समूहजो अपनी हर समस्या के लिए खुले पन की सीमा भूल चुके होते है ,उनका सारा ध्यान इस में लगा रहता है कि कैसे समाज उन्हें मोड़, सेक्सी चार्मिंग और , ओपन माइंड कहे |आज युवा बाजारों रेस्तरां और कॉलेजों में बाँहों में बाहें डाले निर्लज्जता की पराकाष्ठा पर स्वयं को आधुनिक बताने की होड़ में जाने क्या क्या करता है |पहनावे ओढावे से लो ब्रेस्ट कपडे और उनपर नाभि दर्शी अपर तथा और भी शरीर प्रदर्शन तथा गुप्त वस्त्रो की नुमाइश के साथ मोड़ कहलाने की कोशिश सहज ही प्रर्दशित होती है|
समयके साथ सब ओपन है विदेशी संस्कृति के साथ नई मोड़ बनने की कोशिश युवा को भोंडा फैशन दे बैठी है और सब प्रसन्न है कि सब एक जैसे बनने की कोशिश कर रहे है |उन्हें सही रूप में जीने की शिक्षा देने वाले भी कामोवेश इसी रंग में रंगे दिखाई दे रहे है ,कोई किसी को शिक्षा न दे कर अपना अपना टाइम निकाल रहा है |
मित्रों समय तकनीकी और परिवर्तन हर काल में चला आया है , जो सोचते है , चिंतन करते है या जो रास्ता बानाते है अक्सर उनमे समय ,मान्यताये और युग परिवर्तन करता रहता है ,यहाँ केवल हम हर परिवर्तन के साथ अपनी नई तैय्यारी करने लगते है, जबकि हमारी सोच कुछ अलग ही होती है |समय के अनुरूप यदि आप तैय्यारी नहीं करपाए तो स्वतः हम अधिक समस्या में फँस सकते है |कडकडाती धूप और अचानक बरसे पानी के लिए ली गई छतारी हमारा बेसिक उद्देश्य थोड़े ही परिवर्तित करती है, बल्कि वह तो यह बताती है कि हम जिस उद्देश्य के लिए चले है वहांठीक से पहुँच पाए |जब हम अपने मूल उद्देश्य के लिए चल रहे होते है तो समय कि मांग के साथ आए बदलावआपके लिए ऋणात्मक होंगे यह सोचना मूलत ग़लत है |
आप समय और परिस्थितियों के हाथ में एक कठपुतली जैसे चलते हो तथा जीवन के क्रिया बिन्दु बार बार आपकोअलग क्रिया के लिए प्रोत्साहित करते है और आप उनमे सफल भी होते हो, मगर हरचेंज की कल्पना के साथ आपजो समय खराब बीत रहा है, यह सोचने की बजाय आपको अपने मूल उद्देश्य को ध्यान में रखकर हर आने वालेपरिवर्तन के लिए तैयार रहना चाहिए उसके अच्छे पहलू पर विचार करते रहें तथा उस परिवर्तन से आप अपना मूल उद्देश्य कैसे पा सकते है सोचना चाहिय्रे,नियत उद्देश्य के साथ आए परिवर्तन उसके लिए कोई बाधा बन ही नही सकते क्योकि आप प्राथमिकता के आधार पर अपने उद्देश्य के लिए समर्पित है|
ओपन माइंड का वास्तविक अर्थ है की आपको हर परिस्थिति के लिए सफलता तय करनी है परिस्थितिया कितनीभी विपरीत हों आपको उनमे सफल होकर अपना मूल उद्देश्य प्राप्त करना है ,समय परिस्थिति और ईश्वर को दोषीबना कर आप अपने कर्तव्य और उद्देश्य से मुक्त नही हो सकते ,आपका कल अधिक प्रभावी , सुखी और सम्पन्नताके साथ आपका इन्तजार कर रहा है और आपको हर हाल में सफल और पूर्ण होना है यह विश्वास रखिये |ओपन माइंड का असल आशय पूर्ण संतोष का बिन्दु हासिल करना है हर परिस्थिति में सफल होकर अपने आपको पूर्ण साबित करना न कि भोग वाद से उकता कर या परिवर्तन और भविष्य के प्रति ऋणात्मक दृष्टी कोण से हताश होना |आपको वह सब मिलेगा जो पूर्ण संतोष के लिए आवश्यक है, एक बार फ़िर जीवन का सकारात्मक चिंतन करेंऔर प्रसन्न रहें|
" बैगलूर बनाम सोसाइड सिटी "
यह शीर्षक आपको यह सोचने पर मजबूर अवश्य करेगा कि आप ओपन माइंड का फंदा नए ढंग से समझ करअपने को पुनर्चिन्तन के लिए तैयार करलें |
पिछले दशक में युवाओं के साथ बहुत बड़े बड़े सामाजिक परिवर्तन हुए ,और इस समय लगभग ५ लाख युवाओं ने आत्महत्याएं की जो समाज के लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय है|युवा तो किसी समाज संस्कृति और सभ्यता कि नींव होता है ,उसमे अपरमित शक्ति होती है ,वह तूफानों को मोड़ने कि शक्ति रखता है और उसे ऐसा ही होना चाहिए | ख़राब समय भी निकल ही जाएगा ,आगामी भविष्य यह संकल्प लिए खड़ा है क़ि आपके नए जीवन का नव आरंभ आज से ही हुआ है ,एक बार फिर सकरात्मकता का संकल्प लेकर आगे बढ़ों समय आपको अमर-सफल सिद्ध कर देगा ]
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