Thursday, January 17, 2013

महत्व समझे स्वयं का 

महत्व समझे स्वयं का 

जो भी अनिश्चित है  उसे श्रेष्ठ बनाने के लिए इंसानी प्रयास किये जातेहै 
मृत्यु  निश्चित है  परन्तु उसका समय और भविष्य निश्चित नहीं है इस लिए
 हम अपने समय और भविष्य को श्रेष्ठ बनाने के प्रयास में लगे रहते है और 
जीवन उन्हें अमर भी कर देता है जो लोग उस अनिश्चित के लिए  अनिश्चित
 व्यवहार का प्रयोग करते है उन्हें जीवन कभी माफ़ नहीं करता   क्योकि जीवन 
 और उसकी बहुमुलबहुमूल्यता का मूल्य केवल वो ही तय कर पायेगा  जो जीवन 
के हर पल का आकलन करके जिए जो समय को व्यर्थ गवां  देता है समय उसे भी 
व्यर्थ बना देता है ,आप स्वयं समय कार्य और प्रयत्न का क्रिया रूप समझें और 
समय अनु सार  ही उसका महत्व समझे शायद समय आपको महत्व देकर बड़ा बना दें 

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