पिछले दशक में युवाओं के साथ बहुत बड़े बड़े सामाजिक परिवर्तन हुए ,और इस समय लगभग ५ लाख युवाओं ने आत्महत्याएं की जो समाज के लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय है|युवा तो किसी समाज संस्कृति और सभ्यता कि नींव होता है ,उसमे अपरमित शक्ति होती है ,वह तूफानों को मोड़ने कि शक्ति रखता है और उसे ऐसा ही होना चाहिए | ख़राब समय भी निकल ही जाएगा ,आगामी भविष्य यह संकल्प लिए खड़ा है क़ि आपके नए जीवन का नव आरंभ आज से ही हुआ है ,एक बार फिर सकरात्मकता का संकल्प लेकर आगे बढ़ों समय आपको अमर-सफल सिद्ध कर देगा ]
Saturday, March 8, 2014
भीड़ सा निर्मूल्य मत बनाओ जीवन को dont make yourself useless crowd
जीवन उन मान दडों का नाम है जहाँ अधिकाँश लोग एक भीड़ में जीने का प्रयत्न करते है उनमे साहस नहीं होता कि वो समाज को कोई आदर्श, सन्देश ,और सीख दे सके वे एक सामान्य भीड़ की तरह बिना नाम के ही होते है अपनी उपलब्धियों के लिए सजग और क्या चीज उन्हें सुख देगी यह आकलन, बस पूरा जीवन छोटी छोटी सी चीजों को बटोरने में लगा रहता है, केवल अपनी आपूर्तियाँ अपना स्वार्थ और अपने खोखली धारणाये लिए हम चलते रहते है यह भूलकर कि यह जीवन केवल इसका नाम ही नहीं कुछ पाने , बनाने और जीवन के अंत में एक सुस्पष्ट मार्ग छोड़ जाना जिसेसमय ,इतिहास औरभविष्य हजारों साल तक नमन करता रहे |
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